The smart Trick of भूत की कहानी That Nobody is Discussing

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उस जंगल में रहने वाले को लोग छलावा कहते है और जो कोई भी उसके पीछे जाता है वो फिर कभी लौट कर नहीं आता।

राजू ने उस बच्चे को अपने साथ अपने घर ले जाने का निर्णय किया। वह बच्चा बहुत धन्यवादी था और उसने राजू के साथ गाँव वापस जाने का निर्णय किया।

" राजेश! यह क्या बोल रहा है तू! दादी के गुज़रे हुवे एक महीना हो चुका हैं"

   मुझे आश्चर्य ,डर दोनों हुवा। मैंने मैन डोर ठीक से बंद की थी। कौन अंदर घुसा?! बैडरूम से कौन आ सकता है। वहाँ की किडकी से तो कोई इंसान घुस नहीं सकता तो यह कौन है?! बहुत डर लगा!! लेकिन उठने की हालत नहीं थी। सही होता तो देखता कौन है। मजबूरी में वहीं पड़ा रहा और बंद आंखों से सब सुनता गया। वह कदम मेरे पास से गुज़र कर रसोई की तरफ गए और रसोई का दरवाजा आवाज़ करते हुए खुली। फिर रसोई में बर्तनों के आवाज़!

" फिर पता चला कि वहाँ एक बूड़ा माली काम करता था जो हमेशा वही उस स्पेस में सोता था और एक सुबह वही सोया हुआ मृत पाया गया था यानीकि वह बूढ़े की आत्मा जो अरविंद ने बताई थी वह उसीकी थी। इसके बाद हमने वहाँ पूजा करवाई।

जैसे-जैसे वे गहराई में जाते गए, पानी टपकने की आवाज गूंज उठी, जिससे माहौल और भी डरावना हो गया। अचानक, उन्होंने एक धीमी गड़गड़ाहट सुनी, और उन्हें अंधेरे में चमकती हुयी आँखें दिखी।

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जैसे ही श्राप उठा, वह आत्मा राम और सोनू को उनकी बहादुरी और दया के लिए धन्यवाद दिया, और उस गुफा को छोड़कर हमेशा के लिए चली गई। कुत्ता, जो अब श्राप से मुक्त हो गया था, उसने अपनी पूंछ को कृतज्ञतापूर्वक हिलाकर राम और सोनू को धन्यवाद दिया।

गाँव में वापस आकर उस बच्चे का नाम जल्दी ही गाँववालों ने सुना था और उसको सभी बच्चों का दोस्त बना लिया। उसका आना गाँव में बहुत ही खुशियों का कारण बन गया था।

यह बात सुनकर वह फिर शौचालय के तरफ हैरानी से देखकर फिर ज़ोर से डर के मारे चिल्लाने लगा। उससे भी तेज बुखार हो गयी थी। उसने कहा कि सचमे उसने दादी को शौचालय के तरफ तेज़ चलते हुवे देखा और वह गिरनेवाली थीं। लेकिन उसने पकड़ना चाहा तो वह काट से उठ नहीं पाया और हमारे आने के बाद उस तरफ मुड़ा तो दादी गायब हो गयी थी। राजेश को उस पल याद न आया कि दादी के गुज़रे एक महीना हो चुका था। आत्माएं मृत्यु के पश्चात काफी समय तक अपनी जगह अपने घर मे रहते हैं और अपनी रोज़ के काम में जुटे रहते हैं।

उस दिन से गौरब को भुत और आत्माओं से डर लगना बंद हो जाता है।

जैसा कि हमने आपको ऊपर बताया कि इस घर में एक पुरानी कार भी है तो अब जब आप इस घर को गौर से देखेंगे तो ये कार हिलमैन मिंक्स जरूर आपका ध्यान अपनी तरफ आकर्षित करेगी। इस घर और कार को देखने के get more info बाद आप महसूस करेंगे कि जैसे आप कोई पुरानी हिंदी मूवी देख रहे हैं जहां एक घर और कार अपनी तरफ से हर संभव कोशिश कर रही है कि वो आपको डरा सके। भूत की कहानी डरावनी।

और जैसा की आप जानते हो, गाँव में लोग जल्दी ही सो जाया करते हैं तो वैसा ही था। पूरा गाँव सुनसान पड़ा था। ऐसा लग रहा था मानो जैसे गाँव नहीं कोई जंगल में आ गया हूँ। मुझे अब थोड़ा डर लगने लगा। मैं बस भगवान से प्राथना कर रहा था कि जल्दी से घर पहुँच जाऊँ, पर मेरा घर थोड़ा दूर था। लेकिन थोड़ी देर बाद मुझे मेरा दोस्त सोमधर मिला।

पहलवान के प्रहार से भूतों के गुरु की कई हड्डियां टूट जाती हैं और वह अपने असली रूप में आकर अपनी जान बख्शने का निवेदन करने लगता है। मोहन ने भूतों के गुरु को छोड़ने पर खुद के लिए सजा चुनने के लिए कहा। ऐसे में भूतों के गुरु ने कहा कि उसे बख्शने पर वह राशन की मात्रा दोगुनी कर देगा। भूतों के गुरु की इस बात पर कुछ देर विचार करने के बाद पहलवान उसे छोड़ देता है।

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